
सुरेन्द्र दुबे डिस्टिक हेड ( धार) जिले के प्रवास पर आये राज्य बाल अधिकार सरंक्षण आयोग के अध्यक्ष श्री द्रवींद्र मोरे की अध्यक्षता में शुक्रवार को समीक्षा बैठक आयोजित की गई। जिसमें महिला एवं बाल विकास विभाग के अतिरिक्त जिला बाल कल्याण समिति, शिक्षा, स्वास्थ्य, श्रम, सामाजिक न्याय, जनजाति कार्य व पुलिस विभाग के अधिकारियों के साथ कुक्षी एवं माण्डव बाल गृह के अधीक्षक तथा पॉक्सो एक्ट के सपोर्ट पर्सन सम्मिलित हुए।
महिला एवं बाल विकास विभाग राज्य बाल अधिकार सरंक्षण आयोग के अध्यक्ष श्री मोरे द्वारा महिला एवं बाल विकास विभाग अंतर्गत संचालित पी.एम केयर्स फॉर चिल्ड्रन, मुख्यमंत्री कोविड-19 बाल सेवा योजना, मुख्यमंत्री बाल आर्शीवाद योजना, स्पॉन्सुरशिप योजना, बाल संरक्षण के क्षेत्र में विभाग द्वारा आयोजित कार्यशाला एवं कार्यक्रमों की विस्तार से समीक्षा की जा कर आवश्यक निर्देश दिये गये। उन्होंने विभागीय अधिकारियों से विस्तृत जानकारी प्राप्त की तथा योजनाओं के प्रभावी क्रियान्वयन हेतु आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। समीक्षा बैठक में विशेष रूप से बालिकाओं की सुरक्षा एवं शिक्षा, महिला सशक्तिकरण से जुड़ी योजनाओं, आंगनवाड़ी सेवाओं तथा लाभार्थियों तक योजनाओं के लाभ समय पर पहुँचाने के विषय पर विस्तार से चर्चा की गई।
अध्यक्ष श्री मोरे ने अधिकारियों को निर्देशित किया कि योजनाओं का लाभ आमजन तक पारदर्शी व प्रभावी ढंग से पहुँचे। साथ ही यह भी कहा गया कि विभागीय अधिकारी नियमित रूप से मैदानी स्तर पर निरीक्षण करें और किसी भी प्रकार की समस्या का त्वरित समाधान सुनिश्चित करें। बैठक में विभागीय अधिकारीगण जिला कार्यक्रम अधिकारी, परियोजना अधिकारी एवं अन्य संबंधित कार्मिक उपस्थित रहे।
समीक्षा बैठक के पश्चा्त् श्री द्रवींद्र मोरे द्वारा कुक्षी विकासखण्ड के सिलकुआ स्थित दिव्यांशी बालगृह का निरीक्षण किया गया। जहां वर्तमान में कुल 7 बच्चे निवासरत है। राज्य् बाल अधिकार सरंक्षण आयोग के अध्यक्ष श्री मोरे द्वारा बच्चों से चर्चा की गई एवं संस्थाओं की व्यवस्थाओं पर संतोष व्यक्त किया गया।